समां बनकर जल रहे है
हमारी धड़कनो में
तुम्हारी मोहब्बत के परवाने
तुम जब हमें उन नज़रों से देखते हो
दिल की कलम से हम लिखने लग जाते है
आशिकी के कई अफ़साने

धड़कनो की जान हो तुम
दिल में है तुम्हारी चाहतें
सोच भी नहीं सकते हो तुम
उतना प्यार तुमसे है हमें

जन्नतों वाला सुकून
आशिक़ी में देंगे हम तुम्हे
उतना प्यार तुमसे है हमें

धड़कनो की जान हो तुम
दिल में है तुम्हारी चाहतें
सोच भी नहीं सकते हो तुम
उतना प्यार तुमसे है हमें

देखा है जब से तुम्हे
दिल पागल उड़ने लगा
पाके तुम्हे मन में डर
हर लम्हा बढ़ने लगा

इश्क़ ये नहीं आसान
ये समझ में आया है
बड़ी पेचीदा है दिल की गलियां

लेकिन इश्क़ में ही है
ज़िंदगी का फलसफा
कहते चाँद तारे फूल कलियाँ

रुसवा नहीं करते उन्हें
मोह्हबत भरी हो जिनमे

जन्नतों वाला सुकून
आशिक़ी में देंगे हम तुम्हे
उतना प्यार तुमसे है हमें

धड़कनो की जान हो तुम
दिल में है तुम्हारी चाहतें

तुम जो मिले दिल ने किया
फिर से यकीन जाने क्यूँ
क्यूँ हो गया एक पल में
प्यार हमें जाने क्यूँ

ज़माने भर की खुशियां
तुम पे ही लुटानी है
यही है इरादा दिल का यारा

तुम्हारे लिए कितनी
सौगाते जुटानी है
कर के देखो बस तुम एक इशारा

पल दो पल का है सफर
ज़िंदगी तुम जी लो इनमे
सोच भी नहीं सकते हो तुम
उतना प्यार तुमसे है हमें

जन्नतों वाला सुकून
आशिक़ी में देंगे हम तुम्हे
उतना प्यार तुमसे है हमें

धड़कनो की जान हो तुम
दिल में है तुम्हारी चाहतें.

गीत: तुम्हारी चाहतें
गायक: सायली कांबले
गीतकार: हिमेश रेशमिया
एल्बम: हिमेश के दिल से
संगीत: हिमेश रेशमिया